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स्वास्थ्य केंद्र का राजा बना कलेक्टर दर का सिपाही,नियमित कर्मचारियों पर पढ़ रहा भारी..

शहडोल।
शहडोल जिले के सिंहपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कलेक्टर दर में अस्थाई कंप्यूटर ऑपरेटर लकी गुप्ता पर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से मेहरबान है या फिर ये कह सकते हैं कि बिना लगाम की घोड़े की तरह है जो अपनी मनमानी कर रहा है, जहां लकी 
गुप्ता के आगे पूरा स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी नतमस्तक है शायद यही कारण है कि कार्रवाई करने की वजय संरक्षण दिया जा रहा है लकी गुप्ता जो कलेक्टर दर का अस्थाई कंप्यूटर ऑपरेटर कर्मचारी है उसे पर स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारी इतना मेहरबान है कि स्वास्थ्य विभाग में महत्वपूर्ण व संवेदनशील पदों में प्रभारी बनाकर बैठा रखें हैं, मलाईदार शाखा है वह सारी लकी गुप्ता के पास है ताजूब की बात तो यह है की शासन के नियम अनुसार क्या कलेक्टर दर का कर्मचारी एक नियमित कर्मचारियों की तरह सारे प्रभाव संभाल सकता है।

कर्मचारी एक काम आनेक

सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में स्थाई कर्मचारी लकी गुप्ता मानो इंसान नहीं कंप्यूटर हो जो अकेले ही स्वास्थ्य विभाग को चला नहीें जैसे दौड़ा रहा हो, लकी गुप्ता रोगी कल्याण प्रभारी, नियमित स्थापना, संविदा स्थापना बस ही नहीं बल्कि कब किसकी ड्यूटी कब और कहां लगाना है यह सब सिर्फ अकेले कर रहा है कहा जा सकता है कि उसका दिमाग इतना शातिर और तेज है कि वह सिंहपुर अस्पताल के अलावा मुख्य चिकित्सा कार्यालय में भी समय-समय पर अपनी सेवा और भूमिका निभाते रहता है।

अस्थाई कर्मचारियों को मिल रहा संरक्षण

लकी गुप्ता जो कि कलेक्टर दर का कर्मचारी है उसे इतने सारे प्रभार क्यों ? क्या स्वास्थ्य विभाग में कोई भी काबिल नियमित कर्मचारी नहीं है.? या वसूली करने के लिए है..? जो विचारणीय विषय है। लकी गुप्ता के खिलाफ कई शिकायतें भी हुई, जिस पर प्रताड़ना और पैसों की मांग के आरोप लगे हैं लेकिन कार्यवाही आज भी ठंढे बस्ते में पड़ा है,
लकी गुप्ता ने अपनी मनमानी से पूरे स्वास्थ्य विभाग को प्रभावित कर दिया है। उसकी पहुंच और संरक्षण ने उसे ऐसा ताकतवर बना दिया है कि वह विभाग के महत्वपूर्ण प्रभार अपने हाथ में ले रखा है। कर्मचारी बताते हैं कि स्थानीय होने के कारण लकी अपने नाम का खौफ बना रखा है जिससे उसके खिलाफ आवाज उठाने में किसी की हिम्मत नहीं होती।

लक्की गुप्ता, जो कि एक कंप्यूटर ऑपरेटर है, अब अस्पताल का न केवल मुखिया बन चुका है, बल्कि उसकी गतिविधियों पर किसी की नजर भी नहीं जा रही है।

आगे हम बताएंगे कि कैसे कलेक्टर दर का कर्मचारी पूर्व DHO और डॉक्टरों का बना खास, और खातिरदारी कर सबको कैसे कर रहा खुश..!

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